फूलों से क्या दोस्ती करते हो वह तो मुरझा जाते हैं,करना है तो कांटो से दोस्ती करो जो चुभ कर भी याद आते हैं
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फ़रवरी 20, 2008 को 8:19 पूर्वाह्न
फूलों से क्या दोस्ती करते हो वह तो मुरझा जाते हैं,करना है तो कांटो से दोस्ती करो जो चुभ कर भी याद आते हैं